महिला अधिवक्ता को अश्लील साइट का लिंक भेजने वाला गिरफ्तार, केस वापस लेने की दी धमकी
उत्तर प्रदेश। महिला अधिवक्ता को अश्लील साइट के लिंक भेजने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी आधी रात के बाद महिला की फेसबुक मैसेंजर आईडी पर लिंक भेजता था। एफआईआर दर्ज कराने के बाद आरोपी महिला अधिवक्ता को धमकाता रहा। शिकायत वापस लेने के लिए प्रलोभन देता रहा। करीब 2 महीने की भागदौड़ के बाद आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया। हालांकि गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कई सिफारिश लगाईं।
मामला आगरा का है। महिला अधिवक्ता बताया कि 5-6 महीने पूर्व एक युवक से मुलाकात हुई थी। युवक ने अपने आपको भी वकील बताया। इस तरह जान पहचान हो गई। जान पहचान के कुछ दिनों बाद युवक ने महिला की फेसबुक आईडी पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी, जिसे उसने एक्सेप्ट कर ली थी। महिला अधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी फेसबुक पर एक स्टोरी लगाई थी, जिस पर आरोपी युवक ने भद्दे इमोजी भेजें, जिन्हें उन्होंने डिलीट कर दिया था। इसके बाद भी उसकी हरकतें कम नहीं हुईं।
20 मार्च की रात उनकी फेसबुक मैसेंजर आईडी पर आरोपी ने एक लिंक भेजा। इस लिंक से अश्लील वेबसाइट खुलने लगी। ये देखकर वे हैरान रह गईं। अगले दिन उन्होंने थाने में शिकायत की। मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से इसकी शिकायत की। डीसीपी सिटी ने बताया कि जांच में डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। आरोपी युवक ने अपने आईफोन से लिंक महिला को भेजा था। आरोपी ने अपने घर में लगे इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग किया था। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद दबिश देकर आरोपी उसके घर से गिरफ्तार किया गया है, उसका आईफोन जब्त कर लिया है। आरोपी के खिलाफ धारा 509 और 67a आईटी एक्ट तहत केस दर्ज किया था। साक्ष्य मिटाने की धारा भी बढ़ाई गई है। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
आरोपी युवक का कुछ पुलिस वालो के साथ उठना बैठना था। आरोपी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पुलिस अधिकारियों के साथ अपने फोटो शेयर करता था। इस वजह से वह अपने क्षेत्र में रसूख रखता था। पीड़िता ने बताया कि शिकायत दर्ज होने के बाद आरोपी उसे लगातार धमकता रहा। थाने में भी उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी।
गिरफ्तार होने के बाद उसे छोड़ने के लिए कई लोगों ने सिफारिश भरे फोन किए। मगर पुलिस कमिश्नर के आदेश पर हुई कार्रवाई के चलते पुलिस ने किसी की बात नहीं मानी। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे दीवानी परिसर में भी धमकाया था। केस वापस लेने के लिए पैसे का लालच भी दिया था।